मानव स्वभाव

मानव स्वभाव

मानव स्वभाव ही ऐसा है,
कि हम बिना उत्सवों,
के नहीं रह सकते,
उत्सव प्रिय होना,
मानव स्वभाव है,
हमारे त्यौहार होने,
ही चाहियें।

Bal Gangadhar Tilak